nazinazia88 on Wednesday, December 21, 2011 ek ajeeb fiza hai is ghazal ki... best voice best music and theeeeeee best person JAGJIT sir..i m going to miss u the rest of my life sir!
yallahabibi1000 on Friday, May 18, 2012 A very soulful and poignant ghazal.filled with pathos!!
pakhee2008 on Tuesday, October 09, 2012 its been 1 yr ... u r not here... with us... we all miss u Mr. Jagjit Singh.
sujata sadasivan mukherjee on Friday, November 02, 2012 once again...a beautiful array of words...and the forever golden voice..
Yaver Ali on Saturday, January 12, 2013 aap to bas aap hain aapka jawab kya
Akshay Kumar on Wednesday, November 18, 2015 ख़ामोशी ख़ुद अपनी सदा हो ऐसा भी हो सकता है
सन्नटा ही गूँज रहा हो ऐसा भी हो सकता है
(सदा = आवाज़)
मेरा माज़ी मुझ से बिछड़ कर क्या जाने किस हाल में है
मेरी तरह वो भी तन्हा हो ऐसा भी हो सकता है
(माज़ी = बीता हुआ समय)
सहरा सहरा कब तक मैं ढूँढूँ उल्फ़त का इक आलम
आलम आलम इक सहरा हो ऐसा भी हो सकता है
(सहरा = विस्तार, जंगल, रेगिस्तान), (आलम = दशा, हालत)
अह्ल-ए-तूफाँ सोच रहे हैं साहिल डूबा जाता है
ख़ुद उनका दिल डूब रहा हो ऐसा भी हो सकता है
(अह्ल-ए-तूफाँ = तूफ़ान वाले लोग), (साहिल = किनारा)
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